किसानों को अधिक से अधिक प्राकृतिक खेती पर ध्यान देने की आवश्यकता है - राजकुमार शाही
भाटपाररानी -पीएम किसान सम्मान निधि की 20 वीं किस्त के हस्तांतरण का सजीव प्रसारण कृषि विज्ञान केंद्र मल्हना, देवरिया के सभागार में किया गया।
प्रधानमंत्री के द्वारा 9 करोड़ 70 लाख से अधिक किसानों के खातों में 20, 500 करोड रुपए की सम्मान राशि का सीधा हस्तांतरण किया गया। इस अवसर पर आयोजित किसान गोष्ठी की अध्यक्षता पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य राजकुमार शाही के द्वारा की गई।
राजकुमार शाही के द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि किसानों को अधिक से अधिक प्राकृतिक खेती पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि आज हमारे खेत की मिट्टी का स्वास्थ्य के साथ-साथ मनुष्य,पशु एवं पक्षियों का भी स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन खराब होता जा रहा है इसलिए सभी को कृषि विज्ञान केंद्र से जानकारी प्राप्त कर प्राकृतिक खेती पर ध्यान देना चाहिए।
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. मांधाता सिंह के द्वारा किसानों को किसान सम्मान निधि के सही उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई ।
कृषि विज्ञान केंद्र के सस्य विज्ञान विशेषज्ञ डॉक्टर कमलेश मीना ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों को खेती में कम से कम रसायनों का प्रयोग करना चाहिए।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अंकुर शर्मा, जय कुमार एवं डॉ रवि प्रकाश मौर्य सेवानिवृत्ति वैज्ञानिक के द्वारा भी किसानों को संबोधित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में बकरी पालन पर आयोजित 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर किसान को सहजन एवं सब्जियों के बीज भी उपलब्ध कराया गया।
कार्यक्रम में सुशील शाही, विशिष्ट मिश्रा, संतोष शाही, नंद जी कुशवाहा, रामलाल कुशवाहा, सुनीता देवी, अनीता देवी, भूपेंद्र शाह, अखंड प्रताप सिंह, दुग्धनाथ भगत, इत्यादि के साथ-साथ लगभग 150 किसानों ने भाग लिया।