अमर शहीदों की याद में परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया
वाराणसी - आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन संग्रहालय, रामनगर एंव क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई, वाराणसी के द्वारा संग्रहालय परिसर, रामनगर, वाराणसी में अमर शहीदों की याद में परिचर्चा, सैनिक सम्मान एवं दीपांजलि का आयोजन किया गया।
परिचर्चा में सर्वप्रथम संग्रहालयाध्यक्ष, अमित कुमार द्विवेदी ने विषय स्थापना करते हुए कारगिल की भौगोलिक एवं सामरिक महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर सेना के जवानों वीरेंद्र पाल ने अपने युद्ध के संस्मरण और सेना के कर्तव्यों पर प्रकाश डाला। देवानंद उपाध्याय ने कारगिल युद्ध पर अपने संस्मरण और विचार प्रस्तुत कियें।
वीरेंद्र मौर्य ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को नमन करते हुए अपने विचार रखें। कारगिल विजय दिवस केवल एक सैन्य जीत का उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जो हमें हमारे कर्तव्यों, जिम्मेदारियों, और देश के प्रति प्रेम को पुनः जागृत करता है।
शहीदों की स्मृति में हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। एक सशक्त, एकजुट, और समृद्ध भारत का निर्माण ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी उक्त बाते डॉ सुजीत चौबे ने कही। धन्यवाद ज्ञापन क्षेत्रीय पुरातत्व के राजीव रंजन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर शैलेन्द्र सिंह, अभिषेक सिंह, मनोज कुमार, महेंद्र नारायण, रवि, अजीत कुमार, मिथुन, प्रिंस सिंह, रोशन गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोगों ने दीपांजलि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।