डाक टिकटों पर आधारित पोस्टकार्ड क्विज एवं लेटर राइटिंग वर्कशाप/ प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
गोरखपुर - राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर एवं फिलैटलिक सोसाइटी ऑफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर आज डाक टिकटों पर वैश्विक बुद्ध BuddhaPEX-25 International Philatelic Exhibition एवं डाक सामग्री पर आधारित क्विज, पोस्टकार्ड लेटर राइटिंग एवं चित्रांकन कार्यशाला/प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 06 विद्यालयों के लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
चयनित एवं विजेता प्रतिभागियों को 19 मई, 2025 को कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा।
आज संग्रहालय में लगी प्रदर्शनी का सैकड़ों लोगों ने अवलोकन किया। जिसमें लगभग 150 देशों द्वारा भगवान बुद्ध पर जारी किये गये हजारों प्रकार के डाक टिकटों एवं सामग्रियों की अद्भूत प्रदर्शनी में भगवान बुद्ध की जीवन घटनाओं एवं महत्ता की झलक दिख रही है। बुद्ध पर आधारित डाक टिकटों से सम्बन्धित इस प्रकार की प्रदर्शनी अपने देश में पहली बार इस संग्रहालय में देखने को उपलब्ध है। जो निःसंदेह छात्र-छात्राओं एवं युवा पीढ़ी के लोगो को अपने स्वर्णिम अतीत से परिचित कराती है। उक्त प्रदर्शनी में 28 डाक टिकट संग्रहकर्ताओं द्वारा दुर्लभ डाक टिकटों का संग्रह प्रदर्शित किया गया है।
जिसमें फिलैटलिक सोसाइटी ऑफ उत्तर प्रदेश से जुड़े संग्रहकर्ताओं डॉ0 आदित्य सिंह, एम0 गुलरेज, हिमांशु कुमार सिंह, संदीप चौरसिया, अभिषेक तोमर, रमन कुमार मण्डल, डॉ0 कृष्ण कुमार पाण्डेय, मोहम्मद सफीक सहित अभिषेक कुमार, दिव्यांग जोशी, अभिषेक सिंह तोमर, अनिल गुप्ता, अनिल रस्तोगी, ई0 अशोक कुमार, अशोक मित्तल, बिनोद श्रेष्ठा, ई0 चिराग त्रिवेदी, एम0 लोकेश्वर राव (सेवानिवृत्त आई0एफ0एस0), एड0 मो0 सारिक, एन0 श्रीदेवी, प्रांजल सोनकर, प्रताप आदित्य, प्रॉबीर बोस, रंजीत कुमार झा, सौमेन चौधरी, श्रीजेश कृष्णन, विनोद सेठ, वी0 तारा, डॉ0 हिमांशु पाण्डेय, कैलाश चन्द्र गुप्ता के संग्रह सम्मिलित हैं।
पारसनाथ मौर्य, मौर्य कुशवाहा मित्र परिषद, गोरखपुर ने अन्तर्राष्ट्रीय दिवस पर संग्रहालय में आयोजित डाक सामग्री प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि बुद्ध पर आधारित डाक टिकट एवं लिफाफों की यह प्रदर्शनी अत्यन्त अनोखी एवं आकर्षण का केन्द्र है।
प्रदशनी में भगवान बुद्ध के जीवन सन्देश और वैश्विक प्रभाव को बखूबी दर्शाया गया है। सम्पूर्ण विश्व में भगवान बुद्ध के प्रति कितनी अटूट श्रद्धा है, यह स्पष्ट झलक रहा है। इस अद्भूत प्रयास के लिए मैं संग्रहालय के उप निदेशक डॉ0 यशवन्त सिंह राठौर और उनकी टीम सहित फिलैटलिक सोसाइटी ऑफ उत्तर प्रदेश को सहृदय धन्यवाद प्रेषित करता हॅूं।
संग्रहालय के उप निदेशक डॉ0 यशवन्त सिंह राठौर ने कहा कि प्रदर्शित डाक सामग्रियों को सभी संग्रहकर्ताओं द्वारा बहुत ही लगन से संग्रहित कर प्रदर्शित किया गया है। यह न केवल एक प्रदर्शनी है, बल्कि हमारी नयी पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है। वे अपने इतिहास और विरासत को जाने, समझें और उस पर गर्व करें।
मैं सभी छात्र-छात्राओं, शोधकर्ताओं एवं आमजन से निवेदन करता हूॅं कि वे इस दुर्लभ प्रदर्शनी को अवश्य देखें तथा भगवान बुद्ध के शान्तिपूर्ण संदेशों को आत्मसात करें। प्रदर्शित डाक टिकट एवं लिफाफे न केवल ऐतिहासिक धरोहर हैं, बल्कि यह भी प्रमाणित करते हैं कि बुद्ध का विचार एवं दर्शन सीमाओं से परे हैं।
उक्त अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के अध्यापक एवं अभिभावक गण उपस्थित रहें।
जिसमें असीम कुमार राय, सुगम मिश्रा, आनन्द राजवंश, विजय कुमार गौड़, अजेन्द्र कुमार, रणधीर कुमार, जवाहर लाल, मुकेश त्रिपाठी, सत्य विजय सिंह, सीमा देवी, सतीश चन्द्र आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।